राजनीतिक संवाददाता द्वारा
रांची, झारखंड प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, कांग्रेस भवन, रांची में आदिवासी कांग्रेस कमिटी की अहम बैठक हुई। इसमें मुख्य रूप में झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर, कार्यकारी अध्यक्ष सह विधायक बंधु तिर्की संगठन प्रभारी रवीन्द्र सिंह, प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद, सतीश पॉल मुंजनी, कार्यालय प्रभारी अमुल्य नीरज खलखो, सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर गजेन्द्र सिंह उपस्थित हुए। बैठक में आगामी 30 जनवरी को कांग्रेस भवन, रांची में अपराह्न 12ः15 बजे आदिवासी कांग्रेस की सांगठनिक मजबूती एवं आदिवासियों के हित में सरकार द्वारा चलाये जा रहे कल्याणकारी योजनाओं विषयक विशेष परिचर्चा आहूत की गई है।
प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश ठाकुर ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आदिवासी कांग्रेस का गठन इसलिए हुआ है ताकि आदिवासियों का सम्माान और अपने संस्कृति की रक्षा के लिए आदिवासी युवक, युवतियों आगे बढ़-चढ़कर आदिवासी कांग्रेस से जुड़े और नेतृत्वकर्ता बने। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा आदिवासियों का हितैशी रहा है। आजादी के बाद से ही आदिवासियों के हितों में सीएनटी एक्ट, आरक्षण, उत्पीड़न निषेध कानून, वनाधिकार कानून आदि कई कानूनों को लागू कराया। इसलिए हम आदिवासी कांग्रेस के नेताओं की जिम्मेदारी बनती है कि राज्य में इन कानूनों का अनुपालन पूरी सख्ती से किया जाए। उन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए सक्रिय लोगों को जिम्मेदारी सौंपी जाए।
कार्यकारी अध्यक्ष सह विधायक बन्धु तिर्की ने कहा कि आदिवासी कांग्रेस को पंचायत स्तर तक संगठन को मजबूत करना है और राज्य सरकार एवं पूर्व में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बने योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना है, जिसे आदिवासियों को लाभ मिल सके।
बैठक की अध्यक्षता आदिवासी कांग्रेस के उपाध्यक्ष सन्नी टोप्पो, चैतु उरांव, जोशाय मरांडी, पीटर मुंडू, विपीन लुगून, सूचित सांगा, नरेश तिर्की, चन्द्रराय मार्डी, जोयशाय माडी, सारजोय मार्डी, बसन्त सुरीन, इन्दर हेम्ब्रोम सहित अन्य कांग्रेसजन शामिल थे।